सोने न देगा.. चैन से....माहताब.. इस तरह....
क्यूँ खुल गया है..माज़ी का..हिज़ाब.. इस तरह...
उन गलियों में आना-जाना..कई दिनों से बंद है...
क्यूँ ...हो गए हो.. इश्क में...खराब इस तरह...
क्यूँ मेहका है बदन..बेह्का रुबाब.... इस तरह..
है बस गया क्यूँ...खून में..शराब इस तरह...
अब क्यूँ बे-बाक होकर.. मिलते हो गैरों से...
खुल जाएगा.. ग़म-ए-हिज्र का क़िताब... इस तरह...
मुस्कुरा के करते हो.. तीख़े सवाल "नीरज"..
क्यूँ उम्मीद है के मिल जाएगा... जवाब इस तरह...
हर एक दुआ के कहने पर...एक एक कर... कम होगा...
होगा तेरे... गुनाहों का... हिसाब इस तरह..
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dekh Laila tere Majnoo ka kalejaa kya hai
ReplyDeletekhaak me milke bhi kehta hai bigdaa kya hai ?
jis janaaze ko haseeno ne diye ho kaandhe
woh to baraat hi baraat hai janaaza kya hai
yeh suraahi sa badan le ke naa aa paas mere
main sharaabi hoon, sharaabi ka bharosa kya hai
mai pyaasa hoon mujhe hothon pe lab rakhne do
ek do ghoont se botal ka bigadta kya hai ?
- sir